श्री ऋषभदेव भरत-बाहुबली स्तुति
श्री ऋषभदेव भरत-बाहुबली स्तुति -दोहा- ज्ञान ज्योति में तव दिखे, लोक अलोक समस्त। नमूं नमूं मैं भक्ति से, मम पथ करो प्रशस्त।।१।। -शंभु छंद- जय जय आदीश्वर तीर्थंकर, तुम ब्रह्मा विष्णु महेश्वर हो। जय जय कर्मारिजयी जिनवर, तुम परमपिता परमेश्वर हो।। जय युगस्रष्टा असि मषि आदिक, किरिया उपदेशी जनता को। त्रय वर्ण व्यवस्था राजनीति, गृहिधर्म…