इतिहास
इतिहास इति इह आसीत् (यहाँ ऐसा हुआ ) ऐसी अनेक कथाओं का निरूपण होेने से ऋषिगण महापुराणादि को ‘इतिहास’ इतिवृत्त’ ‘ऐतिह्म’ भी कहते है । किसी भी जाति या संस्कृति का विशेष परिचय पाने के लिए तत्सम्बन्धी साहित्य ही एकमात्र आधार है और उसकी प्रामाणिाकता उसके रचयिता व प्राचीनता पर निर्भर है अत: जैन संस्कृति…