परिषह जय!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिषह जय Victory over affictions. भूख, प्यास आदि 22 परिषह रूप् वेदना के होने पर कर्मों की निर्जरा के लिए समतापूर्वक सहन कर लेना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिषह जय Victory over affictions. भूख, प्यास आदि 22 परिषह रूप् वेदना के होने पर कर्मों की निर्जरा के लिए समतापूर्वक सहन कर लेना।
सफल सफल जीवन के कुछ रहस्य -कर्मयोगी डॉ. सुरेन्द्रकुमार जैन मानसिक और शारीरिक दुःख निवारणार्थ जिनवचन रूपी सुधा का पान करना अत्यावश्यक है क्योंकि मानसिक और शारीरिक दुःख-दावानल में संतप्त प्राणियों के लिए एक धर्म ही शांतिदायक है “धर्म आहिंसा पर आधारित है ” वैराग्य सम्पन्न संसारके भोगों मे अनासक्त अहिंसक मानव ही आदर का…
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिनिवृत्ति क्रिया To achieve state of salvation. कत्र्रन्वयादि क्रियाओ मे एकः अंत मे सर्वकर्म विमुक्त सिद्व पद की प्राप्ति।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिषद The counsil of indras. इन्द्र की सभा, यह अंतःपरिषद मघ्यम परिषद और बाहा परिषद के भेद से 3 प्रकार की है। अंतःपरिषद मे 125 देव, मघ्यम परिषद मे 250 देव और बाहा परिषद मे 500 देव होते है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिपूर्णोंद्रिय One with perfectly and fully developed sense organs. जिनके पाॅचो इन्द्रियाॅ पूर्ण हो चुकी है ऐसे पंचेन्द्रिय मनुष्य देव आदि जीव।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिनिष्क्रमण An auspicious event of initiation (related to the intiation ceremony of Lord). दीक्षा कल्याणक।