अवसर सुहाना आया रे,….अवसर
अवसर सुहाना आया रे,….अवसर तर्ज-पुरवा सुहानी आई रे…… अवसर सुहाना आया रे…….अवसर…. जम्बूद्वीप महोत्सव का, उनके पावन उत्सव का सुन्दर ये क्षण आया रे।….अवसर।।टेक.।। शान्तिनाथ प्रभु की जनमभूमि है ये। हो …हो…. उन्हीं जिनवर की करमभूमि है ये। हो….. कण-कण सुपूज्य है, हर क्षण अमूल्य है, प्रभु का दरश पाया रे।।अवसर.।।१।। वीरान थी…