पार्श्वनाथ जय पार्श्वनाथ, गिरिवर पे विराजे
पार्श्वनाथ जय पार्श्वनाथ तर्ज-गोमटेश जय गोमटेश……………. पार्श्वनाथ जय पार्श्वनाथ, गिरिवर पे विराजे-२ हम चरण वन्दना करते हैं। वंदना करते हैं, सब जन मन में नव ज्योति जले सब जन मन में नवज्योति जले, हर जिह्वा पर प्रभु नाम रहे, हम चरण वंदना करते हैं।।टेक.।। वाराणसी में नृप अश्वसेन, वामा माता से जन्म लिया। वामा………