अरे बाबा, तेरी जनमभूमी की महिमा सुनी है बहुत भारी
अरे बाबा, तेरी जनमभूमी की महिमा सुनी है बहुत भारी तर्ज—सावन गीत…… अरे बाबा, तेरी जनमभूमी की महिमा सुनी है बहुत भारी।। टेक.।। सतयुग में तेरी, कहानी बनी थी। कृतयुग में पहली, निशानी बनी थी।। अरे बाबा, तूने बताई जग को जीवन कला की विधि सारी।। अरे……।।१।। देखा न तेरा, जनम प्रभु हमने।…