सुख!
सुख – Sukha. Bliss, joy, enjoyment, beatitude. मन की संतुष्टि । सुख दो प्रकार का होता है – लौकिक सुख और पारमार्थिक सुख ।
सुख – Sukha. Bliss, joy, enjoyment, beatitude. मन की संतुष्टि । सुख दो प्रकार का होता है – लौकिक सुख और पारमार्थिक सुख ।
सिद्धिविनिश्चय – Siddhivinischya. Name of a book written by Acharya Akalank Bhatta. आचार्य अकलंक भटट (ई0620-680) कृत न्यायविषयक संस्कृत पद्यबद्ध ग्रंथ । इस पर रचयिता कृत ही स्वापज्ञ वृत्ति है एवं आचार्य अनंतवीर्य (ई0 975-1025) कृत एक संस्कृत टीका है।
सुगत – Sugata. One who has got absolute state. जिसका ज्ञान शोभा को प्राप्त हुआ है अथवा जो उत्तम मोक्ष गति को प्राप्त हुआ है अथवा जिसकों अनंत चतुष्टय प्राप्त हुए है वह सुगत है।
सिंहपुरी Singhpuri The birth place of Lord Shreyansnath. भगवान श्रेयांसनाथ की जन्मभूमि बनारस (उ0 प्र0) से 6 किमी0 दूर यह तीर्थ स्थली स्थित है। यहाॅं एक प्राचीन दिगम्बर जैन मन्दिर है और भगवान श्रेयांसनाथ की 11 फुट ऊॅंची पद्यमासन प्रतिमा भी एक जैन धर्मशाला परिसर के उद्यान में विराजमान है। वर्तमान है। वर्तमान में यह…
सुधर्मसागर (आचार्य) – Sudharm sagar (Aachaarya). Name of a Digambar Jain Acharya, the disciple of Charitra Chakravarti. Acharya Shri Shantisagar Maharaj. चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रमुख 7 मुनि शिष्यों में से एक विशिष्ट ज्ञानी आचार्य । इन्होंने सुधर्म श्रावकाचार आदि ग्रंथों की रचना की है। समय ई0 श0 20 ।
सुत्तापाहुड़ – Suttapahura. One of the great particular eight treatises written by Acharya Kund-kund. सुत्रपाहुंड। आचार्य कुन्द-कुन्द द्वारा रचित 8 पाहुंडों में एक पाहुंड समय -ई0 – 127-179 ।
सुचक्षु -Suchaksu. Name of protecting peripatetic deities of northern Manushottar mountain & Bahya (outer) Pushkarardh. उत्तर मानुषोत्तर पर्वत का रक्षक व्यन्तर देव, बाहय पुष्करार्ध का रक्षक व्यन्तर देव ।
सुखबोध – Sukhabodha. Name of a book written by Pandit Yogdev Bhattarak. पं0 योगदेव भटटारक (वि0 श0 16-17) कृत तत्वार्थ सूत्र वृत्ति, जो सर्वार्थसिद्धि का संक्षिप्ती करण है।
सुगंधिनी – Sugandhini. Name of a city situated in the north of Vijayardh mountain. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर ।