मार्गशुद्धि!
मार्ग शुद्धि–Marg Shuddhi. Carefulness in walking, Path purity. साधु उसी मार्ग पर ईर्यापथ शुद्धि पुवक चलते है जिस पर त्रस–स्थावर जंतु न हो अथवा अन्य मानव व पशु उस पर पहले चले गए हो”
मार्ग शुद्धि–Marg Shuddhi. Carefulness in walking, Path purity. साधु उसी मार्ग पर ईर्यापथ शुद्धि पुवक चलते है जिस पर त्रस–स्थावर जंतु न हो अथवा अन्य मानव व पशु उस पर पहले चले गए हो”
मार्ग प्रभावना–Maarg Prabhavna Glorification of the preaching of Lord Jinendra. सोलहरण में एक भावना; ज्ञान, ध्यान, तप, जिनेन्द्र पूजा आदि के द्वारा धर्म का प्रकाश फैलाना”
मारण– Maaran. A type of incantation, Name of king of Rakshas dynasty, Name of a famous Arrow. एक प्रकार का मंत्र, राक्षस वंशी एक विघाधर राजा, 5 फणों वाला बाण–नागराज ने यह प्रघुम्न को दिया था”
मारुतचारण ऋद्धि– Maarutchaaran Riddhi. A type of super natural power (air–walking). ऋद्धि ; जिस के प्रभाव से मुनि नाना प्रकार की गति से युक्त वायु के प्रदेशो की पंक्ति पर से अस्खलित होकर पदविक्षेप करते है”
मार्गणास्थान– Maargansthan. Subject of investigation (reg. beigns). जीवो के अन्वेषण के स्थान,ये 14 है; गति, इन्द्रिय, काय, योग, वेद, कषाय, ज्ञान, संयम, दर्शन, लेश्या, भव्यत्व, सम्यक्त्व, संज्ञित्व, आहार”
मार्ग प्रासुक–Marg Prasuk. The way already used by other beings. बैलगाड़ी,हाथी की अंबारी, डोली, रथ, घोडा, ऊँट, गाय, स्त्री, पुरुष आदि जिस मार्ग से गमन करते है वह मार्ग प्रासुक है”
मार्कडेय– Maakramdey. Name of a king of Hari dynasty. हरिवंश एक राजा का नाम ” मूलतः इन का नाम सिंह केतु था”
मार्ग रूचि– Marg Ruchi. A type of nobel persons, who get right perception by listening about the path of salvation. दर्शनार्य का एक भेद–वीतराग मोक्षमार्ग के सुनने मात्र से जो जीव सम्यग्दर्शन को प्राप्त करते है”
महीपाल–Mahiipaala. Name of maternal grand father of Lord Parshvanath. भगवान पार्श्वनाथ के नाना का नाम ” जिनके द्वारा पंचाग्रि तप करते हुए कुमार पार्श्वनाथ के कहने पर जलती हुई लकड़ी से घायल नाग-नागिन निकले थे तथा पार्श्वनाथ द्वारा संबोधन से मरकर धरणेन्द्र पद्मावती बने ” नाना महीपाल का जीव कमठ का जीव था जो शल्य…