उपाध्याय परमेष्ठी स्तोत्रा
उपाध्याय परमेष्ठी स्तोत्रा -दोहा- आगम नेत्रा तृतीय है, जिस साध्ू के पास। वे शिव पथ परकाशते, नमूँ नमूँ सुखराशि।।1।। -रोला छंद- जय जय श्री गुरुदेव, उपाध्याय पदधरी। जय जय तुम पदसेव, करते भवि नर नारी।। जय जय मुनिगण वंद्य, ध्र्मामृत बरसाते। जय जय तुम मुनिचंद्र, भव्य कुमुद विकसाते।।2।। इंद्रपफणीन्द्र नरेंद्र, तुम पद भक्ति करे हैं।…