तृप्ति
तृप्ति जीवन में आत्मसंतुष्टि है। आत्मसंतुष्टि के अभाव मनुष्य को रिक्तता की अनुभूति होती है। का भाव सदैव कचोटता रहता है। भोग खाने के बाद भी अच्छा नहीं लगता कहते हैं कि तृप्ति नहीं मिली। वहीं कई बार सूखा खाने के बाद भी तृप्ति की अनुभूति हो है तो आत्मसंतोष के भाव के कारण हमारे…