अप्रमत्त!
अप्रमत्त Non-carelessness. प्रमाद रूप परिणामों का अभाव । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार]] [[श्रेणी:शब्दकोष]] ==अंतरात्मा :== अन्तरबाहिरजप्पे, जो वट्टइ सो हवेइ बहिरप्पा। जप्पेसु जो ण वट्टइ, सो उच्चइ अंतरंगप्पा।। जो अंदर और बाहर के जल्प (विचन—विकल्प) में रहता है वह बहिरात्मा है। और जो किसी भी जल्प में नहीं रहता, वह अन्तरात्मा कहलाता है। अक्खाणि बहिरप्पा, अंतरअप्पा हु अप्पसंकप्पो। —मोक्खपाहुड : ५ इन्द्रियों में आसक्ति बहिरात्मा है…
अप्रतिष्ठान Name of low esteemed place (of 7th hell). सप्तम नरक का इन्द्रक बिल [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अन्त्यद्रव्य Ultimate Nishek (particle) of Karma. कर्म के अंतिम निषेक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुस्नान Engrossed in auspicious acivities (religious chanting etc.). विशेष पूजादि क्रियाओं में जो मंत्र स्नानादि किया जाता है : मंत्र्स्नान,अमृतसनाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अन्ध्रकवृष्टि Grandfather of Lord Neminatha. भगवान नेमिनाथ के पितामह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अप्रत्याख्यानावरण Karmic nature obscurring the partial vows (Anuvrata). चार कषायों में एक कषाय जो देश चारित्र अर्थात अनुव्रत को नही होने देती है एवं वह क्रोध ,मान ,माया ,लोभ इन चारों रूपों में रहती है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अन्तराय कर्म प्रकृति The nature of obstructive karma. जिस कर्म के उदय से दान,लाभ,भोग,उपभोग और वीर्य में विघ्न उत्पन्न हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अन्तःस्थ राज्य Buffer state (a small state between two large ones). दो बड़ी रियासतों के बीच एक छोटी रियासत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]