समय का बोध
समय का बोध समय की गति अनिश्चित और तर्क से परे है। जिसने समय के चलायमान स्वरूप को समझ लिया वह आज की सुख-समृद्धि या प्रशंसा पर नहीं इतराएगा, न ही आज के कष्ट, बाधाएं, निंदा उसे विचलित करेंगे। वह आश्वस्त रहता है कि परिस्थिति अनुकूल हो या प्रतिकूल, किसी भी क्षण पलट सकती है।…