संस्कार की महिमा!
संस्कार की महिमा (आर्यिका श्री चन्दनामती माताजी के जीवन पर आधारित -एक रोमांचक नाटिका) स्तुति—वीरकुमार जैन, डालीगंज (लखनऊ) मैं समय हूँ। जो कुछ भी इस भारत की वसुधा पर घटित हुआ वह सब मैंने मात्र देखा नहीं बल्कि गहराई से अनुभव करते हुए हर एक क्षण को जिया है। सर्वप्रथम पहला काल आया, फिर…