चतुर्थ वलय में— १७० कर्मभूमि की आर्यिकाओं के १७० अर्घ्य
चतुर्थ वलय में— १७० कर्मभूमि की आर्यिकाओं के १७० अर्घ्य —दोहा— त्रैकालिक गणिनीप्रमुख, संयतिका श्रुतख्यात। सद्धर्मकन्या कहीं, नमूं आर्यिका मात।।१।। अथ चतुर्थवलये मंडलस्योपरि पुष्पांजलिं क्षिपेत्। जम्बूद्वीप सम्बन्धी आर्यिकाओं के ३४ अर्घ्य ॐ ह्रीं जंबूद्वीपसंबंधि—भरतक्षेत्रार्यखण्डे त्रैकालिकगणिनीप्रमुखसर्वार्यिका—मातृभ्य: अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा।।१।। ॐ ह्रीं जंबूद्वीपसंबंधि—ऐरावतक्षेत्रार्यखण्डे त्रैकालिकगणिनीप्रमुखसर्वार्यिका—मातृभ्य: अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा।।२।। ॐ ह्रीं जंबूद्वीपसंबंधि—कच्छाविदेहक्षेत्रार्यखण्डे त्रैकालिकगणिनी—प्रमुखसर्वार्यिकामातृभ्य: अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा।।३।। ॐ ह्रीं जंबूद्वीपसंबंधि—सुकच्छाविदेहक्षेत्रार्यखण्डे…