भजन
भजन तर्ज—होठों से छू लो तुम…… माता तेरे चरणों में, हम वन्दन करते हैं। तेरे ज्ञान की गरिमा का, अभिवन्दन करते हैं।।टेक.।। मेरे मन के अंधेरे में, कुछ ज्ञान प्रकाश भरो। जीवन के सबेरे में, अब कुछ तो विकास करो।। पावन पद कमलों में, शत वन्दन करते हैं। तेरे ज्ञान की गरिमा का, अभिवंदन करते…