संसरण!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसरण – Sansarana. Movement, Worldly wandering, birth & death cycle of beings. गमन, संसार में जन्म मरण करने का नाम संसरण है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसरण – Sansarana. Movement, Worldly wandering, birth & death cycle of beings. गमन, संसार में जन्म मरण करने का नाम संसरण है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसक्त द्रव्यसेवा – Sansakta Dravyasevaa. An activity of non-celibacy, using articles of a woman. 10 प्रकार के अब्रह्म में एक; स्त्री का स्पर्श अथवा उसकी शय्या आदि पदार्थों का सेवन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसक्त साधु – Sansakta Saadhu. Saints involved in occupational or professional activities. जो मंत्र, वैद्यक या ज्योतिष शास्त्र से अपनी जीविका करते है और राजा आदिकों की सेवा करते हैं वे संसक्त साधु हैं ” ये सदोष साधु होते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संश्लेष बंध – Sanshlesa Bandha. Something combined or synthesised. जो परस्पर संश्लेष को प्राप्त हुए काष्ठ और लाख का बंध होता है वह संश्लेष बंध है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संश्लेष – Sanshlesa. Act of synthesising or combining. मिलना ” स्निग्धत्व और रुक्षत्व गुण से अणु आदि का बंध होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संशय मिथ्यादृष्टि – Sanshaya Mithyaadrsti. One with unstable or wrong religious belief. संशय मिथ्यात्व से सहित व्यक्ति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संशय मिथ्यात्व – Sanshaya Mithyaatva. A doubtful state or confusion, a kind of wrong belief. 5 प्रकार के मिथ्यात्वों में एक मिथ्यात्व ” मिथ्यात्व कर्म के उदय से तत्त्वों के स्वरुप में यह है या नहीं ऐसा संदेह होना ” अथवा देव और धर्म के स्वरुप में यह ठीक है या नहीं ऐसा निर्णय…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संशय – Sanshaya. Doubt, Suspicion, Confusion. वस्तु के विषय में विरुद्ध अनेक धर्मों में से किसी एक का निश्चय नहीं कर पाना और संदेह में पड़ जाना ” जैसे- यह सीप है या चाँदी है ऐसा संदेह होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संव्यवहरण दोष – Sanvyavaharana Dosha. A fault related to saint food, careless activities in offering food to saint. श्रावक के निमित्त से होने वाला जैन साधुओं के आहार का एक दोष ” साधु को आहार देने के लिए बर्तन आदि को शीघ्रता से बिना देखे उठाना संव्यवहरण दोष है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संवेदनी कथा – Sanvedanee Kathaa. Tale creating religious sentiments. पुण्य के फल का कथन करने वाली अर्थात् धर्मानुराग बढ़ाने वाली कथा “