वक्कज!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्कज –Vakkaja : A kind of cloths made by bark etc . वस्त्र के 5 भेदों में से एक ;वृक्ष या बेल आदि की छाल से उत्पन्न वस्त्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्कज –Vakkaja : A kind of cloths made by bark etc . वस्त्र के 5 भेदों में से एक ;वृक्ष या बेल आदि की छाल से उत्पन्न वस्त्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वकुश –Vakush: Jain saints with attachments . चितकबरा ;जैसा सफेद पर काले धब्बे होते हैं वैसे ही मुनिगण जिनके निर्मल आचार (चारित्र ) में शरीर आदि का मोह धब्बे की तरह होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वकुश (साधु )-Vakush (Saadhu).: A type of Jain saints having attachment with articles they are possessing. निर्ग्रन्थ साधु के 5 भेदों में से एक भेद ;जिनके मूलगुण निर्दोष हों किन्तु शरीर ,पिच्छी आदि उपकरणों से जिन्हें मोह हो “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंशाल –Vanshaal : Name of a city of the northen Vijayardh mountain, Name of a system of super power. विजयार्ध पर्वत के उत्तर श्रेणी का एक नगर ,नमि विनमि विद्याधरों को प्राप्त आठ विद्या निकायों में छठा विद्या –निकाय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वन्शपत्र (योनि) – Vanshapatra (Yoni).: A type of female genital organ . योनि के 3 भेदों में एक भेद;बांस के पत्ते के समान लम्बी योनि “इस योनि से साधारण मनुष्य ही उत्पन्न होते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिलारेखा – Shilaarekhaa. Stone line-an illustrative sign of extreme anger . अनंतानुबंधी क्रोध की शक्ति का दृष्टांत “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वन्द्य –Vandya.: Praiseworthy , Worthy of honour , Adorable . पूज्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वन्दनीय –Vandaniya.: Praiseworthy , Worthy of honour , Adorable . विनय ,नमस्कार के योग्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंदना मुद्रा –Vandanaa Mudraa : Standing posture of paying reverence by raised & folded hands with joined palms. मुद्रा के 4 भेदों में एक भेद ;खड़े होकर दोनों कुहनियों को पेट के ऊपर रखना और दोनों हाथों को मुकुलित कमल के आकार में बनाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिलान्यास विधि – Shilaanyaasa Vidhi. Auspicious activity of the laying down of the foundation stone. मंदिर, मकान आदि को बनाने के प्रारम्भ में नींव के अन्दर मंत्रपूर्वक की जाने वाली एक धार्मिक विधि ” इसमें भूमि शोधन, पंचकुमार पूजन आदि के साथ-साथ पंचकलश, रजत स्वस्तिक, नवरत्न, सोना-चाँदी की ईंट तथा घृत दीपक आदि स्थापित…