गाथाएँ या सूत्र अपरिवर्तनीय हैं
“…गाथाएँ या सूत्र अपरिवर्तनीय हैं…” कोई-कोई गाथाएँ श्री गौतम स्वामी आदि महान् गणधर देव व आचार्यों के मुखकमल से निर्गत हैं उनकी विभक्ति आदि का संशोधन नहीं करना चाहिये। जैसे कि— धम्मो मंगल मुक्किट्ठं अहिंसा संजमो तवो। देवा वि तस्स पणमंति, जस्स धम्मे सया मणो।। यह श्री गौतमस्वामी के मुख से निर्गत गाथासूत्र आज बदलकर…