सपादलक्ष!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपादलक्ष – Sapaadalaksa. Name of a country where pandit Ashdadhar was born at Mandalgarh city. एक देश जिसके माण्डलगढ़ नगर मे पं. आशाधर जी का जन्म (वि. सं. 1230 मे) हुआ था।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपादलक्ष – Sapaadalaksa. Name of a country where pandit Ashdadhar was born at Mandalgarh city. एक देश जिसके माण्डलगढ़ नगर मे पं. आशाधर जी का जन्म (वि. सं. 1230 मे) हुआ था।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सपर्या – Sparyaa. Ritual activity. योग, यज्ञ, पूजा, सपर्या, इज्जा, क्रतु, अध्वर, मख, मह यह सब पूजा के पर्यायवाची नाम है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्मतिसागर (आचार्य) – Sanmatisaagara (Aacaarya). Name of the chief disciple of Acharya Mahavirkirti of Ankikar tradition. आचार्य श्री आदिसागर अंमलीकर की परम्परा मे हुए आचार्य श्री महावीरकीर्ति महाराज जी के पट्टाचार्य ग्समय ई. 20 वीं शताब्दी)।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्मतिकीर्ति – Sanmatikeerti. Name of a Bhattarak of Nandi group. सुमतिकीर्ति, नंदि संद्य बलात्कारगण ईडर गद्दी के भट्टारक का अपरनाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्मति – Sanmati. The other name of Lord Mahavira, Name of the 2nd Kulkar (ethical Founder). भगवान महावीर का अपरनाम, यह नाम पालने मे झूलते बालक वद्र्वमान को देखकर संजय और विजय नामक चारण ऋद्विधारियो ने अपना संदेह दूर होने पर रखा था। प्रतिश्रुति कुलकर का पुत्र दूसरा कुलकर। इन्होने प्रजा को ज्योतिष विघा…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्निवेश – Sannivesha. Assembling, sitting together, assembling place. एकत्व होना, एक साथ बैठना, देश के स्वामी के रहने के स्थान का नाम सन्निवेष है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्निपातिक भाव – Sannipaatika Bhaava. Assembling, collection, combining (reg. temperaments). मिलना, सम्मिश्रण, विविध संचय। एक ही गुणस्थान या जीवसमास मे जो बहुत से भाव आकर एकत्रित होते है, उन भावों की सन्निपातिक संज्ञा है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्निधिकरण – Sannidhikarana. Drawing near, visionary installation of lord in heart while worshipping. सम्मुख या निकट होना सन्निधिकरण है। पूजा करते समय उपसाय को अपने हृदय मे बिठाना सन्निधिकरण कहलाता है। पूजा के 5 अंगो मे तीसरा अंग है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्निकर्ष – Sannikarsha. Drawing near, close together, another name of Dvadshnag Shrutgyan (12 parts of scriptural knowledge). इन्द्रिय का विषय से संबंध, समीप लाना-सामीप्य, प्रवचन सन्निकर्ष, श्रुतज्ञान का अपरनाम। जिसमे वचन सन्निकृष्ट होते है, वह प्रवचन सन्निकर्ष रुप मे प्रसिद्व द्वादशांग श्रुतज्ञान है। जद्यन्य व उत्कृष्ट भेद रुप द्रव्य, क्षेत्र, काल एवं भावांे मे…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सन्नासन्न – Sannaasanna. A unit of area measurement. क्षेत्र का एक प्रमाण विषेष, 8 अवसन्नासन्न = 1 सन्नासन्न।