भोजकवृष्णि!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजकवृष्णि:Name of a king. मथुरा के स्वामी सुवीर के पुत्र तथा उग्रसेन के पिता “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजकवृष्णि:Name of a king. मथुरा के स्वामी सुवीर के पुत्र तथा उग्रसेन के पिता “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजवंश:Name of a dynasty. वृषभदेव भगवान के समय का एक वंश; इस देश के राजा न्यायपूर्वक प्रजा का पालन करने से भोज कहलाते थे “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोगसंख्यान:Vow of limiting use of consumables. एक गुण व्रतःइसमें भोग और उपभोग की वस्तुओं की मर्यादा की जाती है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोग परिमाण व्रत:Vow of restricting worldly sensual enjoyments. शिक्षा व्रत का एक भेद; इसमें भोग उपभोग सम्बन्धी पदार्थो का परिमाण किया जाता है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगोपभोग:Enjoyment of worldly pleasures. जो वस्तु एक बार भोगने में आये वह भोग (भोजन इत्यादि) एवं जो बार बार भोगने में आये वह उपभोग (शय्या इत्यादि) कहलाती है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगानर्थाक्य:An infraction-excess of consumables, hoarding. अनर्थदण्डव्रत का एक अतिचार; आवश्यकता से अधिक उपभोग परिभोग की वस्तुओं को एकत्रित करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगाकांक्षा:Longing for enjoyment. भोग करने की इच्छा होना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगा :Name of a female beloved deity of a peripatetic celestial (Mahakaya). महाकाय नामक व्यंतर इन्द्र की वल्लभिका का नाम “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगांतराय कर्म:Obstructive Karma in the way of worldly enjoyments. अंतराय कर्म का एक भेद; जिस कर्म के उदय से जीव भोगने की इच्छा करता हुआ भी नहीं भोग पाता “