01. श्री पुष्पदंतनाथ स्तोत्र
श्री पुष्पदंतनाथ विधान मंगलाचरण अनादिनिधन णमोकार महामंत्र णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आइरियाणं। णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं।। पुष्यन्ति भव्यास्तव नाममंत्रै:, तुष्यन्ति नित्यं गुणकीर्तनेन। पुष्यान्मनो मे जिनपुष्पदंत:, त्वां भक्ति पुष्पांजलिनार्चयामि।।१।। श्रीमुखालोकनादेव श्रीमुखालोकनं भवेत्। आलोकनविहीनस्य तत्सुखावाप्तय: कुत:।।२।। अद्याभवत् सफलता नयनद्वयस्य, देव! त्वदीयचरणाम्बुजवीक्षणेन। अद्य त्रिलोकतिलक! प्रतिभासते मे, संसारवारिधिरयं चुलुकप्रमाणम् ।।३।। अद्य मे क्षालितं गात्रं नेत्रे च…