न्यायसूर्यावली!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायसूर्यावली – Nyaaysooryaawali. Name of a book. एक न्यायविषयक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायसूर्यावली – Nyaaysooryaawali. Name of a book. एक न्यायविषयक ग्रंथ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयानक वन – Bhayanaya Vana. Terrible (dense) forest. जीव, जन्तुओं से व्याप्त जंगल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंडशुध्दि – Pimdasuddhi. Super purity of food, Human body with pescribed racial purity. आहार शुध्दि; मुनि ४६ दोष, ३२ अन्तराय, १४ मल दोष रहित भोजन ग्रहण करते हैं. शरीर शुध्दि; जाति व कुल शुध्दि से युक्त मानव शारीर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायसुधा – Nyaaysudhaa. A book written by kashik & Someshvar bhatta. मीमांसा दर्शन प्रवर्तक काशिका व सोमेश्वर भट्ट कृत एक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंड प्रकृति – Pimda Prakrti. Group of Karmic nature having many subkinds. बहुत सारी प्रकृतियों का समुदाय. जिन प्रकृतियों के एक से अधिक भेद होते हैं, जैसे गति, जाति आदि “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयसंभूति – Bhayasambhuti. A type of super power possessed by king Ravan and Dashrath. राजा रावण एंव दशरथ को प्राप्त एक विधा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायविनिश्चयविवरण – Nyaayvinischyavivrna. Name of a book. एक न्यायविविषयक ग्रंथ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भय संज्ञा – Bhaya Samjna. Fear instinct. ४ संज्ञाओं में एक संज्ञा; जिससे बचने की व छिपने की इच्छा होती हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंगल (शास्त्र) – Pimgala (Sastra). A treatise (prosody or metrics). एक छन्द शास्त्र “