पिंगल!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंगल – Pingala. One of the 9 treasures of Chakravarti (emperor), A king of Yadu dynasty. चक्रवर्ती की नव निधियों में दिव्याभरण उत्पन्न करने वाली एक निधि, यदु (यादव) वंश का एक राजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंगल – Pingala. One of the 9 treasures of Chakravarti (emperor), A king of Yadu dynasty. चक्रवर्ती की नव निधियों में दिव्याभरण उत्पन्न करने वाली एक निधि, यदु (यादव) वंश का एक राजा “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भय विनय – Bhaya Vinaya. Reverence due to fear. भय के कारण विनय करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायविनिश्चय – Nyaayvinischya. Name of a book written by Acharaya Aklank bhatta. आचार्य अकलंक भट्ट (ई. 620-680) कृत एक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाहुडदोहा – Pahudadoha. A book written by Mahanandi. ई. श. १५ के अंतिम पाद में मह्नन्दि द्वारा रचित एक कृति “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयद्विक् – Bhayadvik. Dyad of Karmic nature related to fear. भय, जुगुप्सा (कर्म प्रकृतियों से संबंधित) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाहुड – Pahuda. Treatise. जो पदों के द्वारा व्यक्त है वह पाहुड कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायरत्नाकर – Nyaayrtnakra. See – Nyaayaratnamaalaa देखें- न्यायरत्नाकमाला “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भय दोष – Bhaya Dosa. A fault; paying reverence with fear. व्युत्सर्ग का एक अतिचार; सत्यभय आदि से युक्त होकर वन्दनादि करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पासणाहचरिउ – Pasapurana. A book written by Bhattarak Padmakirti. भट्टारक पद्मकीर्ति (ई. सन् १०७७) कृत एक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायरत्नाकमाला – Nyaayaratnamaalaa. Name of a book written by Parthsarthi Mishra. मीमांसा दर्शन साहित्य प्रवर्तक पार्थसारथिमिश्र द्वारा रचित एक ग्रंथ “