निश्चय नय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय नय – Nishchaya Naya. Absolute standpoint. जो नय वस्तु के असली स्वभाव या अभेद रूप को ग्रहण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय नय – Nishchaya Naya. Absolute standpoint. जो नय वस्तु के असली स्वभाव या अभेद रूप को ग्रहण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय धर्म – Nishchaya Dharma. Being engrossed in oneself. मुनि अवस्था में रागद्वेष को छोडकर निजात्मा में वास करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय दर्शन – Nishchaya Darshana. View of absolute perception (soul is supreme). परम चैतन्य की विलास रूप लक्षण वाली प्रतीति अर्थात् शुद्धात्म तत्व ही उपादेय है ऐसी दृढ़ प्रतीति ” इसका निश्चय चारित्र के साथ अविनाभावी संभव है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय तप – Nishchaya Tapa. Absolute austerity (completely engrossed into oneself). मुनि अवस्था में निज स्वरुप में परिणमन होना अर्थात् समस्त परद्रव्य की इच्छा को रोकना निश्चय तपश्चरण है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयचारित्र – Nishchayachaaritra. Absolute right conduct, absolute meditation. साधू जीवन में व्यवहार चारित्रके बल से अंतरंग-बहिरंग विकल्पों का त्याग कर आत्म स्वरूप में तन्मय होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयज्ञान – Nishchayagyaana. Absolute or right knowledge of self. सम्यक् व निर्विकल्प अपने स्वरूप को वेदन करना निश्चय ज्ञान है ” यह मुनि अवस्था में ही होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयगुरु – Nishchayaguru. One having absolute perception of knowing himself. निश्चय से आत्मा ही आत्मा का गुरु है क्योंकि मोक्ष सुख का ज्ञान कर स्वयं ही उसे परम हितकर ज्ञान उसकी प्राप्ति में अपने को लगता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयगुप्ती – Nishchayagupti. Absolute purety of soul (with mind, speech & body). मुनि अवस्था में सहज शुद्ध आत्मा-भावनारूप गुप्त स्थान में संसार के कारणभूत रागादि के भय से अपने को छिपाना अर्थात् मन वचन काय की रागादि प्रवृत्तियों से निवृत्त होना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयक्षमा – Nishchayaksamaa. Absolute liberal conduct, free from agitation on other’s misconduct. साधुओं आदि को दुष्टजनद्वारा गाली-गलौच, उपहास, तिरस्कार आदि करने पर भी उनके मन में कलुषता का उत्पन्न होना व्यवहार क्षमा है तथा क्रोध के अभाव में आत्मा में तन्मयता का होना निश्चय क्षमा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयकाल – Nishchaya kaala. Time factor causing transformation of any entity. काल जो परिणमनकरने के कारण होता है अर्थात् जो सर्वद्रव्यों के परिणमन में उदासीन निमित्त कारण है ” इसी के आधार पर व्यवहार काल जाना जाता है “