निर्विंध्या!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विंध्या – Nirvindhyaa. A river of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विंध्या – Nirvindhyaa. A river of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बिन्दुसार – Bimdusara Father’s name of the Magadha emperor, Ashok. मगध सम्राट् अशोक के पिता का नाम ” समय – जैन के अनुसार ई.पू . ३०२-२७७; लोक अनुसार ई.पू. २९८-२७३ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्योपधि व्युत्सर्ग – Bahyopadhi Vyutsarga. Renouncement of external means, attachments etc. बाह्य परिग्रह; क्षेत्र, वास्तु आदि का त्याग करना अर्थात् अपरिग्रह , महाव्रत का पालन करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य हेतु – Bahya Hetu. External causes. बाहरी निमित या कारण ” जैसे – अन्य द्रव्यों के (बाह्याहेतुरूप) संयोग से आत्मा का रागदिरूप परिणमन होना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य सल्लेखना – Bahya Sallekhana. Auspicious destruction of the body. शरीर को क्रश करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य सरंचना – Bahya Samracana. Exterior structure of body. बाह्य निवृति; पुदूगलों की इन्द्रयों के आकाररूप रचना होना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य शुक्लध्यान – Bahya Sukladhyana. Meditational activity of controlling movements of body organs. आत्मा की वीतरागी अवस्था की बाहरी पहचान; शरीर और नेत्रों को स्पन्द रहित रखना, जंभाई, उदूगार आदि नहीं होना , प्राणापान का प्रचार व्यक्त न होना आदि बाह्य शुक्लध्यान हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाण संवत् – Nirvaana Samvat. The era of salvation of Lord. भगवन के निर्वाण का समय-कल अर्थात् वर्ष ” वर्तमान में भगवन महावीर के निर्वाण के समय से प्रारंभ ‘वीर निर्वाण संवत्’ सर्वाधिक प्राचीन संवत्के रूप में प्रचलित है ” वर्तमान सन् 2003-2004 में वी.नि.सं. 2530 चल रहा है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाणसंपत्ति यंत्र – Nirvaanasampatti Yantra. A metallic plate engraved with auspicious mystic words. मंत्र लिखित धातु की एक प्लेट “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाण भूमि – Nirvaana Bhumi. Holy place of salvation. सिद्धक्षेत्र; जहाँ से तीर्थंकर व सामान्य केवली मोक्ष गए हों” जैसे – कैलाशपर्वत, सम्मेदशिखर जी, चम्पापुर, गिरनार, पावापुरी इत्यादी “