द्वादशंग!
द्वादशंग Twelve parts of scriptural knowledge. श्रुत के 12 अंग ; द्रव्यश्रुत रूप की रचना गणधर करते हैं इसे ही जिनवाणी कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वादशंग Twelve parts of scriptural knowledge. श्रुत के 12 अंग ; द्रव्यश्रुत रूप की रचना गणधर करते हैं इसे ही जिनवाणी कहते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वादश संयम 12 types of restraints. 12 प्रकार का संयम पांच इन्द्रिय व मन को वश में रखना एंव पृथ्वी आदि छःकाय के जीवों की रक्षा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वादस व्रत 12 types of vows of householders. श्रावक के 12 व्रत 5 अणुव्रत , 4शिक्षाव्रत, 3 गुणव्रत।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वादशवर्षी दुर्भिक्ष Twelve years dearth or famine which caused the origination of the Shvetambar Jain sect. वीर निमार्ण के 133 वर्ष पश्चात् अर्थात् आज से लगभग 2400 वर्ष पूर्व पंचम श्रुतकेवली ‘भद्रबाहु’ के काल में उज्जैन आदि उत्तरभारत के क्षेत्रों में 12 वर्षीय दुर्भिक्ष (अकाल) पड़ा, जिसकी आचार्य भद्रबाहु द्वारा भविष्यवाणी सुनकर सभी दिगम्बर मुनि…
द्वात्रिंशतिका Name of a prayer written by Amitgati Acharya. आचार्य अमितगति द्वारा रचित 32 श्लोक वाला सामायिक पाठ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वयाश्रय महाकाव्य A book written by Shvetambaracharya Hemchandra Suri. श्वेताम्बराचार्य हेमचन्द्र सूरि (ई.1088-1173) की एक रचना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वयर्धगुणहानि A type of decreasing series. गुणहानि आयाम को ड्योढ़ा (द्वयर्ध) करने पर जो प्रमाण प्राप्त हो। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वूयंग नमस्कार Greeting, to pay reverence with folding and bending hands. दोनों हाथों को जोड़कर नमस्कार करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वंद Conflict, quarrel, tension, Pair, couple. कलह , लड़ाई, युग्म (जोड़ा)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]