देश चारित्र!
देश चारित्र A conduct of householder at the 5th stage of spiritual development. विकल चारित्र, श्रावक का पांचवे गुणस्थान का आवरण।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देश चारित्र A conduct of householder at the 5th stage of spiritual development. विकल चारित्र, श्रावक का पांचवे गुणस्थान का आवरण।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देशघाती प्रकृति Destroying configurations (i.e. Karmic nature). जो जीव के स्वाभाविक (अनुजीवी) गुणों का एक देश घात करे, देशघाती कर्म प्रकृतियां 26 हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देशकाल Something related to the place and time. क्षेत्र एवं अवसर या समय के अनुसार कुछ विशेष होना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देश A country, a part of earth. पृथिवी का वह भाग जिसका कोई विशिष्ट नाम हो और जिसके अंदर अनेक प्रदेश, ग्राम आदि हों, जैसे – भारत देश आदि ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवेन्द्रकीर्ति Name of Bhattaraks (of Nandisangh etc.) नन्दिसंघ सूरत शाखा के आद्य भट्टारक (ई. 1393-1442). कथाकोष आदि के रचयिता सांगानेर के भट्टारक (वि. 1640-1662)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवीदास Name of a Hindi poet. एक हिन्दी कवि, जो बनासीदास के समकालीन थे इन्होंने हिन्दी छंदों में प्रवचनसार, परमानंदविलास आदि की रचना की। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवावर्णवाद False allegations for heavenly deities. दर्शनमोहनीय कर्म के आस्रव का एक कारण स्वर्गलोक में रहने वाले देवी- देवता सुरापान करते हैं , मांस खाते हैं इस प्रकार देवगति के देवों पर मिथ्या आरोप लगाना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]