भगवान श्री ऋषभदेव जिनपूजा
भगवान श्री ऋषभदेव जिनपूजा रचयित्री-गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी स्थापना-गीता छंद हे आदिब्रह्मा! युगपुरुष! पुरुदेव! युगस्रष्टा तुम्हीं। युग आदि में इस कर्मभूमी, के प्रभो! कर्ता तुम्हीं।। तुम ही प्रजापतिनाथ! मुक्ती के विधाता हो तुम्हीं। मैं आपका आह्वान करता, नाथ! अब तिष्ठो यहीं।।१।। ॐ ह्रीं श्रीआदिनाथ जिनेन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीआदिनाथ जिनेन्द्र! अत्र…