25. पुष्करार्धद्वीप इष्वाकार जिनालय पूजा
पूजा नं.-22 पुष्करार्धद्वीप इष्वाकार जिनालय पूजा अथ स्थापना-नरेन्द्र छंद पुष्करार्ध में दक्षिण-उत्तर, इष्वाकार गिरी हैं। कनकवर्णमय शाश्वत अनुपम, धारें अतुलसिरी हैं।। इन दोनों पे दो जिनमंदिर, पूजत पाप पलानो। आह्वानन कर जिनप्रतिमा का, विधिवत् पूजन ठानो।।१।। ॐ ह्रीं पुष्करार्धद्वीपस्थदक्षिणोत्तरसंबंधि-इष्वाकारपर्वतसिद्धकूटजिनालयस्थ- जिनबिम्बसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। …