विनम्रता,!
विनम्रता आज चारों और विघटन और अनुशासनहीनता का वातावरण दिखाई दे रहा है इस कारण से मनुष्य का आंतरिक विश्वास डगमगाने लगता है। भौतिकता की अंधी दौड़ में सम्मिलत हुए आज के युग के मनुष्य की दृष्टि अहंकारी हो गई है।मनुष्य ने विनम्रता का दामन छोड़ दिया है। आज मनुष्य को सभी साधन और सुख…