Ishta
Ishta Desired
सम्राट चक्रवर्ती भरत का भी जन्मजयंती महोत्सव मनाया गया ‘‘जिन्होंने आदिब्रह्मा ऋषभदेव एवं महारानी यशस्वती के ज्येष्ठ पुत्र होने का गौरव प्राप्त किया, जिन्होंने भगवान ऋषभदेव के श्रीमुख से संस्कारित होने का पुण्य प्राप्त किया, जिन्होंने पूजा, दानादि की भावना से चौथे ब्राह्मण वर्ण की स्थापना की, जो छह खण्ड वसुधा को जीतकर इस आर्यखण्ड…