12. पंचपरमेष्ठी नमस्कार
पंच परमेष्ठी नमस्कार अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु ये पाँच परमेष्ठी हैं इनको नमस्कार करने से पापों का नाश होता है। अरिहंत– जिन्होंने चार घाति या कर्मों का नाश कर दिया है, जिनमे छियालीस गुण होते हैं और अठारह दोष नहीं होते हैं, वे अरिहंत परमेष्ठियों कहलाते हैं। सिद्ध– जिन्होंने आठों कर्मों का नाश…