रस ऋद्धि के छह भेद!
[[श्रेणी:ऋद्धियों_का_वर्णन]] == रस ऋद्धि के छह भेद == आशीविष, दृष्टिविष, क्षीरस्रवी (क्षीरस्रावी), मधुस्रवी (मधुस्रावी), अमृतस्रवी (अमृतस्रावी), सर्पिस्रवी (सर्पिस्रावी)। १. आशीविष – जिस शक्ति से दुष्कर तप से युक्त मुनि के द्वारा ‘मर जावो’ इस प्रकार कहने पर जीव सहसा मर जावे। २. दृष्टिविष – जिससे रोष युक्त मुनि द्वारा देखने मात्र से जीव सहसा मर…