तप.!
[[श्रेणी:श्रावक_की_षट्_आवश्यक_क्रियाएँ]] == तप == कर्म निर्जरा के लिए किया गया तपश्चरण ‘तप’ कहलाता है। तप के दो भेद हैं-बाह्य और आभ्यन्तर। बाह्य तप के छह भेद हैं-अनशन-उपवास करना, अवमौदर्य-भूख से कम खाना, व्रत्तपरिसंख्यान-घर, गली अथवा अन्य पदार्थों का नियम करके आहार ग्रहण करना, रसपरित्याग-घी, दूध आदि रसों में एक, दो या सभी रसों का त्याग…