कसमलगी!
कसमलगी
प्रयाग तीर्थ की प्राचीनता भारतदेश की वसुन्धरा पर शाश्वत तीर्थ अयोध्या और सम्मेदशिखर के समान ही कर्मयुग की आदि से प्रयाग तीर्थ का प्राचीन इतिहास रहा है। आज से करोड़ों वर्ष पूर्व जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने अयोध्या में जन्म लेकर राज्य संचालन किया पुनः संसार से वैराग्य हो जाने पर उन्होंने जिस…
एत्मादपुर- तीनमूर्ति तीर्थ तीनमूर्ति – भगवान आदिनाथ- भरत- बाहुबली स्वामी की खड्गासन प्रतिमाएँ” मन्दिर का मुख्य द्वार पदमावती माता की चमत्कारी प्रतिमा पदमावती माता की चमत्कारी प्रतिमा वेदी मे बीच मे चन्द्रप्रभु, दांये तरफ महावीर, आदिनाथ भगवान काली प्रतिमा मन्दिर मे अतिथि घर छतरी समाधि श्री 108 सम्भवनाथ महाराज की अन्य चित्र
श्री रत्नात्रय तीर्थ क्षेत्र, बिलगंडि क्षेत्र परिचय – यह क्षेत्र धर्मस्थल से 10किमी. दूर वैनूर रोड पर स्थित है। यहाँ ‘शान्तिनाथ भगवान की 700 साल पुरानी मूर्ति है। यहाँ चन्द्रप्रभु व अनन्तनाथ भगवान की प्रतिमा है। यह मन्दिर जयवर्धन महाराज वलाड के समय का है। ‘शान्तिनाथ भगवान की मनोकामना पूर्ण करने वाली प्रतिमा है। भगवान…
श्री 1008 शान्तिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र साखना जिला- टोंक, राजस्थान क्षेत्र परिचय – यह क्षेत्र जयपुर-टोंक-कोटा मार्ग न. 12 पर जयपुर से टोंक 100 कि.मी. व टोंक से छान पैट्रोल पम्प 21 कि.मी. पर व छान से 7 कि.मी. ग्राम साखंना में यह मन्दिर स्थित है तथा जयपुर से 140 कि.मी. है। क्षेत्र का…
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर संघी जी, सांगानेर, ग्राम एवं तह- सांगानेर, जयपुर ;राज. क्षेत्र परिचय – यह क्षेत्र जयपुर से 13 किमीं दक्षिण की ओर है। यहां आधुनिक सुविधायुक्त धर्मशाला व विशाल भोजनशाला की सुविधा है। मन्दिर परिसर मे एक साहित्य विक्रय केन्द्र है जहां साहित्य, कैसेट, सीडी आदि की बिक्री की जाती…
[[श्रेणी:राजस्थान_के_अतिशय_क्षेत्र]] ==श्री आदिनाथ दि.जैन अतिशय तीर्थ क्षेत्र,सरवाड अजमेर, राजस्थान== क्षेत्र परिचय – यह क्षेत्र अजमेर जिले में स्थित है। अजमेर कोटा राज्य मार्ग पर अजमेर से 60 कि.मी.की दूरी पर हैयहॅा से बधेरा 34 कि.मी.की दूरी पर है। ===क्षेत्र का प्रवेश द्वार=== center”800px”]] ===मूलनायक आदिनाथ भगवान=== center”800px”]] ===आदिनाथ भगवान व वेदी मे विराजमान अन्य भगवान===…