16. भरत ने मुनिदीक्षा धारण की
भरत ने मुनिदीक्षा धारण की (१९१)भरतेश्वर मुनीभरत बनके, अब लगते पूर्ण विरागी थे।अम्बरतज बने दिगम्बर वे, बन गये वनों के वासी थे।।तब लिया हजारों राजागण, इनके ही साथ मुनिव्रत था।मां वैकेयी ने भी दीक्षा ली, और गज ने धरा अणुव्रत था।। (१९२)सबने मिलकर श्रीरामलखन को, राजमुकुट पहनाया था।सीता को आठ हजार रानियों, में पटरानी तभी…