03. तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रतनाथ पूजा
पूजा नं. 2 तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रतनाथ पूजा -अथ स्थापना (नरेंद्र छंद)- श्री मुनिसुव्रत तीर्थंकर के, चरण कमल शिर नाऊँ। व्रत संयम गुण शील प्राप्त हों, यही भावना भाऊँ।। मुनिगण महाव्रतों को पाकर, मुक्तिरमा को परणें। हम भी आह्वानन कर पूजें, पाप नशें इक क्षण में।।१।। ॐ ह्रीं श्रीमुनिसुव्रतनाथतीर्थंकर! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं…