बत्तीस विदेह के प्रत्येक के छह-छह खण्ड
बत्तीस विदेह के प्रत्येक के छह-छह खण्ड प्रत्येक कच्छा आदि क्षेत्र में क्षेत्र विस्तार के सदृश लंबे विजयार्ध पर्वत हैं। अर्थात् २२१२-२/१९ योजन लम्बे और पचास योजन विस्तृत बत्तीस विजयार्ध हैं। इनमें से प्रत्येक के ऊपर उत्तर, दक्षिण दोनों श्रेणियों में पचपन-पचपन विद्याधर नगरियाँ हैं जहाँ नित्य ही विद्याधर निवास करते हैं। प्रत्येक विजयार्ध पर…