65. त्रैलोक्य चूड़ामणि चूलिका बड़ी जयमाला
त्रैलोक्य चूड़ामणि चूलिका बड़ी जयमाला नरेन्द्र छंद (परम परंज्योति…… जय जय तीर्थंकर त्रिभुवन के चूड़ामणि जिनस्वामी। जय जय जिनवन केवलज्ञानी त्रिभुवन अंतर्यामी।। जय जय चिंतामणि जिनप्रतिमा मनचिंतित फल देतीं। जय जय जिनमंदिर शाश्वत उन भक्ती शिव फल देती।।१।। जय जय भवनवासि के जिनगृह अधोलोक में शोभें। जय जय सात करोड़ बहत्तर लाख भविक मन लोभें।।…