01. तीर्थंकर जन्मभूमि तीर्थ पूजा
तीर्थंकर जन्मभूमि तीर्थ पूजा समुच्चय पूजा स्थापना (शंभु छन्द) तीर्थंकर श्री ऋषभदेव से, महावीर तक करूँ नमन। चौबीसों जिनवर की पावन, जन्मभूमियों को वन्दन।। जैनी संस्कृति के दिग्दर्शक, इन तीर्थों का करूँ यजन। मेरी आत्मा बने अजन्मा, जन्मभूमि का कर पूजन।।१।। दोहा आह्वानन स्थापना, सन्निधिकरण प्रधान। पूजन के प्रारंभ में, है यह विधि महान।।२।। ॐ…