04.1 मानव जीवन को संस्कारित करने के षोडश सोपान(सोलह संस्कार)
मानव जीवन को संस्कारित करने के षोडश सोपान ( सोलह संस्कार ) जैसे खान में से निकला स्वर्ण पाषाण योग्य निमित्त पाकर मूल्यवान बन जाता है और ईंट, चूना, सीमेंट आदि वस्तुएँ कारीगर के संयोग से सुन्दर महल के रूप में परिवर्तित हो जाती हैं, उसी प्रकार मानव पर्याय में गर्भ में आते ही बालक-बालिकाओं…