अरिहंत (Arihant)
अरिहंत (Arihant) जैनधर्म का मूल मंत्र णमोकार महामंत्र है जिससे ८४ लाख मंत्रों की उत्पत्ति हुई है। इस मंत्र में पंचपरमेष्ठियों को नमस्कार किया गया है। अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु इन पांच परमेष्ठियों में से प्रथम परमेष्ठी अरहंत भगवान है जिनका लक्षण इस प्रकार है- जिनके चार घातिया कर्म नष्ट हो चुके है,…