उमासत्य (Umasatya)
उमासत्य (Umasatya) गोम्मटसार जीवकाण्ड में आचार्य श्री नेमिचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती ने दस प्रकार का सत्य बताया है – ‘‘जणवदसम्मदिठवणा, णामे रूबे पडुच्चववहारे । सम्भावणे य भावे, उवमाए दसविहं सच्चं । ’’ अर्थात जनपद सत्य, सम्मतिसत्य, स्थापनासत्य, नाम सत्य, रूप सत्य, प्रतीत्य सत्य, व्यवहार सत्य संभावना सत्य, भाव सत्य, उपमा सत्य इस प्रकार सत्य के दश…