अवधिज्ञान (Avadhigyan)
अवधिज्ञान (Avadhigyan) ज्ञान आठ प्रकार के होते है पांच सम्सग्ज्ञान और तीन कुज्ञान । जिसमें पांच ज्ञानों का वर्णन करते हुए तत्त्वार्थसू नामक ग्रन्थ में आचार्य उमास्वामी ने कहा- ‘‘मतिश्रुतावधिमन:पर्ययकेवलानिज्ञानम् ’’ अर्थात् मति, श्रुत, अवधि, मन:पर्यय और केवलज्ञान ये पांच ज्ञान है जिसमें द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव की मर्यादा लिये हुए रूपी पदार्थ का इन्द्रियादिक…