औपपादिक जन्म (Aupapadik Janm)
औपपादिक जन्म (Aupapadik Janm) सम्मूर्हन, गर्भज और उपपाद के भेद से जन्म तीन प्रकार का है जिसमें उपपाद जन्म का लक्षण है – माता पिता के रज वीर्य के बिना देव और नारकियों के निश्चित स्थान विशेष पर उत्पन्न होने को उपपाद जन्म कहते है । तत्त्वार्थसूत्र ग्रन्थ की द्वितीय अध्याय में आचार्य श्री उमास्वामी…