क्षुल्लक श्री तात्पर्यसागर जी
क्षुल्लक श्री १०५ तात्पर्यसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्रीविजयकुमार जी जैन पिता का नाम : स्व. श्री मुलायमचंद जी जैन माता का नाम : श्रीमती स्व.चम्पाबाई जैन …
क्षुल्लक श्री १०५ तात्पर्यसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्रीविजयकुमार जी जैन पिता का नाम : स्व. श्री मुलायमचंद जी जैन माता का नाम : श्रीमती स्व.चम्पाबाई जैन …
क्षुल्लक श्री १०५ वर्धनसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री संतोष जी जैन पिता का नाम : स्व. श्री छोटेलाल जी जैन माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री १०५ वरदत्तसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्रीविमलकुमार जी जैन (सेठी) पिता का नाम : स्व. श्रीकन्हैयालाल जी जैन (सेठी) माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री १०५ वरदानसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री कोमलचंद जी जैन पिता का नाम : स्व.श्री लक्ष्मन प्रसादजी जैन माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री १०५ उपकारसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्रीशीतलचंद जी जैन पिता का नाम : श्री नन्हेलाल जी जैन माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री १०५ अनुग्रहसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री मुलायमचंद जी जैन पिता का नाम : श्री दीपचंद जी जैन माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री सहयोगसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री महेन्द्र कुमार जी जैन पिता का नाम : श्री डालचंद जैन माता का नाम : …
चारित्र एवं नैतिकता-जैनदर्शन की दृष्टि में ‘‘चारित्तं खलु धम्मो’’ यह वाक्य श्री कुंदकुंददेव का है। उन्होंने धर्म को ही चारित्र कहा है। व्याकरण की निरुक्ति के अनुसार ‘‘यच्चरति तच्चारित्रं’’ जो आचरण किया जाय वह चारित्र है और धर्म की व्युत्पत्ति में ‘‘उत्तमे सुखे य: धरति स: धर्म:’’ जो उत्तम सुख में पहुंचाता है वह धर्म…
बारह अनुप्रेक्षा (संस्कृत, हिन्दी, मराठी, कन्नड़) इसमें संस्कृत की बारह भावनाएँ श्री अमृतचंद्रसूरि कृत हैं। हिन्दी व कन्नड़ भावनाएँ मेरे द्वारा (गणिनी ज्ञानमती द्वारा) रचित हैं एवं मराठी भावना के कर्ता का नाम अज्ञात है। ये भावनाएँ तत्त्वार्थसूत्र में कथित भावनाओं के क्रम से हैं। अध्रुव अनुप्रेक्षा (अनित्य भावना) श्री अमृतचन्द्रसूरि कहते हैं- क्रोड़ी करोति…
<span data-mce-type=”bookmark” style=”display: inline-block; width: 0px; overflow: hidden; line-height: 0;” class=”mce_SELRES_start”></span> <span data-mce-type=”bookmark” style=”display: inline-block; width: 0px; overflow: hidden; line-height: 0;” class=”mce_SELRES_start”></span><span data-mce-type=”bookmark” style=”display: inline-block; width: 0px; overflow: hidden; line-height: 0;” class=”mce_SELRES_start”></span>