06. मध्यलोक
६. मध्यलोक तीनलोक के मध्य में एक राजू लम्बा, चौड़ा और एक लाख योजन ऊँचा मध्यलोक है। इस मध्यलोक में पच्चीस कोड़ाकोड़ी उद्धार पल्यों के रोमों के प्रमाण द्वीप-समुद्रों की संख्या है अर्थात् सभी द्वीप और समुद्र असंख्यात हैं। ये सब गोलाकार हैं इनमें से पहले द्वीप का नाम जम्बूद्वीप है और अंतिम समुद्र का…