सुदर्शन मुनिराज ( सिद्धपदप्राप्त ) की पूजा
सिद्धपदप्राप्त सुदर्शन महामुनिराज की पूजा -प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती -स्थापना- सिद्धीकन्या के नाथ सुदर्शन सेठ परम आराध्य बने। उपसर्ग विजेता शील धुरंधर मुनि हो त्रिभुवननाथ बने।। निर्वाण प्राप्त उन मुनिवर की पूजन का थाल सजाया है।। आह्वानन स्थापन करके गुरुपद में शीश नमाया है।।१।। ॐ ह्रीं सिद्धपदप्राप्त श्रीसुदर्शनमहामुनीन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट्…