सुमेरु गिरि पर मस्तकाभिषेक!
सुमेरु गिरि पर मस्तकाभिषेक तर्ज—सुमेरु गिरि पर मस्तकाभिषेक….. सुमेरु गिरि पर मस्तकाभिषेक, शांतिनाथ जिनराज का।….. शांतिनाथ जिनराज का।।टेक.।। पूर्व दिशा में सूरज जैसे।।हो…..ऽऽ ऐरादेवी के सुत वैसे।।हो…..ऽऽ विश्वसेन के लाल का, शांतिनाथ जिनराज का।।सुमेरु गिरि……..।।१।। तीर्थंकर बन तीर्थ चलाया।।हो…..ऽऽ धर्म तीर्थ का अर्थ बताया।।हो…..ऽऽ तभी खुला शिवमार्ग था, शांतिनाथ जिनराज का।। सुमेरु गिरि…….।।२।।…