वीर जन्मभूमि सच्ची, कुण्डलपुरी ही है!
वीर जन्मभूमि सच्ची तर्ज—सौ साल पहले…… वीर जन्मभूमि सच्ची, कुण्डलपुरी ही है। सदियों से थी और सदा ही रहेगी।।टेक.।। जैनग्रन्थो, पुराणों में, सभी मुनियों ने बताया है। तभी कुण्डलपुरी का नाम, सबके मन समाया है।। ऋषि-मुनि-कवियों ने भी, गाई उसकी कीर्ति है। सदियों से थी और सदा ही रहेगी।।१।। आज कुछ स्वार्थी तत्वों…